गुजरात में जोर तो पूरा लगा रहे हैं राहुल गांधी 

Publsihed: 12.Oct.2017, 13:00

अजय सेतिया / पता नहीं क्यों राहुल गांधी गुजरात पर ज्यादा ही जोर लगाए हुए है | हालांकि चुनाव तो गुजरात के साथ हिमाचल में भी होगा | हिमाचल की जिम्मेदारी आखिरकार राहुल गांधी ने वीरभद्र सिंह को दे दी | वीर भद्र सिंह ने चुनाव से पहले ठीक वही किया, जो पंजाब में अमरेन्द्र सिंह ने किया था | सोनिया गांधी से मिल कर धमकी दे दी थी | उन ने कह दिया था कि अगर उन्हें कमान न दी तो वह न चुनाव लड़ेंगे, न प्रचार करेंगे | यही धमकी गुजरात में शंकर सिंह वाघेला ने भी दी थी | पर सोनिया-राहुल ने वाघेला की बजाए अहमद पटेल की मानी | कांग्रेस आलाकमान ने साफ़ संकेत दे दिया कि उन्हें फ्री हैण्ड नहीं मिलेगा | वाघेला की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से कई मुलाकातें हुई | इन्हीं मुलाकातों ने उन का काम बिगाड़ा | वाघेला मुलाकातों के जरिए कांग्रेस को ब्लैकमेल कर रहे थे | सोनिया-राहुल ब्लैकमेल में आ भी जाते | जैसे वीरभद्र सिंह की ब्लैकमेल में आए | पर गुजरात की बात अलग है | वहां अहमद पटेल की सलाह के बिना पत्ता नहीं हिलता | वाघेला ने अमित शाह से मिल कर अहमद पटेल को राज्य सभा चुनाव में हरवाने की बहुत कोशिश की | पर वाघेला तिकडमी अहमद पटेल के सामने टिक नहीं पाए | पटेल ने राज्यसभा चुनाव में वाघेला को फुस्स कर के अपना झंडा गाड लिया | अब गुजरात की चुनावी रणनीति की बागडोर अहमद पटेल के हाथ में है | गुजरात की राष्ट्रीय राजनीति में अहमियत है | इस लिए राहुल को गुजरात में झोंका गया है | गुजरात में वह जो भी बोल रहे हैं | वह राष्ट्रीय सुर्खी बन रहा है | मंगलवार को राहुल ने दो बातें कहीं | एक बात तो बहुत ही बचकानी थी | नौंवी दसवीं में पढने वाले किशोरों जैसी | जब राहुल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ में कभी निकर पहने हुए लड़कियों को नहीं देखा | जबकि उन का दूसरा तीर निशाने पर लगा | जब उन ने कहा कि भाजपा सरकार  का बेटी बचाओ अभियान अब बेटा बचाओ अभियान हो गया है | अखबारों ,न्यूज चैनलों से निकाले जा रहे वामपंथी पत्रकारों ने एक वेबसाईट शुरू कर रखी है | उस वेबसाईट ने अमित शाह के बेटे की फर्म में हुए तथाकथित 16000 गुना मुनाफे की खबर छापी है | यह तथाकथित मुनाफ़ा अमित शाह के अध्यक्ष बनने के बाद हुआ है | आज कल पत्रकार जज बने घूम रहे हैं | तथाकथित लिखना अपनी तौहीन समझते हैं | वामपंथियों की वेबसाईट ने भी सारी खबर के साथ कहीं तथाकथित नहीं लिखा | सो अमित शाह के बेटे ने 100 करोड़ रूपए के हरजाने का केस ठोका है | केस ठोकने का एलान मोदी सरकार के मंत्री पीयूष गोयल ने किया | पीयूष गोयल ने अमित शाह के बेटे का बचाव किया | इस लिए राहुल ने कहा कि मोदी सरकार बेटी बचाओ भूल, अब बेटा बचाओ पर लगी है | कहते हैं ना कि सब के दिन फिरते हैं | राहुल गांधी का जीजा राबर्ट वाड्रा जब जमीनों के घोटाले में फंसा था तब कांग्रेस बचाव में उतरी थी | तब भाजपा के नेता कहते थे कि अगर सोनिया गांधी घोटाले में शामिल नहीं ,तो कांग्रेस क्यों बचाव कर रही है | अब वही बात कहने का हक़ राहुल गांधी को मिल गया है | पर अपन मूल मुद्दे गुजरात पर आएं | जहां राहुल गांधी ने अपना पूरा जोर लगा दिया है | पहली बार उनकी कोशिश जनता और जमीन से जुड़ने की दिखती है | वह मुस्लिम परस्ती से भी पिंड छुडाने की कोशिश में हैं | इस लिए गुजरात के मंदिरों में जा रहे हैं | भजन कीर्तन का आनंद ले रहे हैं | वह प्रोफेशनल ढंग से आदिवासियों के साथ डांस करते दिख रहे हैं | अशोक गहलोत ने उन्हें नाचना तक सीखा दिया | राहुल जब से अमेरिका से लौटे हैं उन के भाषणों में दम आ गया है | वह मोदी और अमित शाह पर तीखे सवाल कर रहे हैं | जैसे गुजरात में अमित शाह के बेटे का जिक्र कर उन ने कहा -" कहाँ है वह ,न खाऊँगा, न खाने देने वाला |" सैम पित्रोदा ने राहुल का जैसे कायाकल्प कर दिया है | सवाल है क्या राहुल इस बार के चुनावों में हवा का रुख बदलने में कामयाब रहेंगे ? क्योंकि हवा अभी भी बीजेपी की है | बीजेपी का कहना है कि राहुल अभी बच्चे हैं | वह सिर्फ रटा-रटाया भाषण पढ़ रहे हैं | पर राहुल जनता के जख्म कुरेद रहे हैं | वह व्यापारी तासीर वाले गुजरातियों के जख्म जीएसटी पर हाथ रख रहे हैं | बता रहे हैं  कि बीजेपी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया | अलबत्ता जीएसटी और लगा दिया | मुश्किल मोदी-अमित शाह को भी दिख रही है | तभी तो पेट्रोल पर टेक्स घट रहा है , सेस घट रहा है | तो जीएसटी के नियम भी वैसे ही बदल रहे हैं , जैसे नोटबंदी के समय हर दिन नियम बदलते थे | 

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