राज्यसभा में बड़ी पार्टी हुई भाजपा क्या तीन मुद्दों पर लौटेगी 

Publsihed: 10.Jan.2018, 20:43

अजय सेतिया / 15 मई 1952 को राज्यसभा की जब पहली बैठक शुरू हुई थी तो इस का नाम द्वितीय चेम्बर था | 23 अगस्त 1954 को इसे राज्यसभा का नाम दिया गया था | 9 जनवरी 2018 भारत की लोकतांत्रिक राजनीति में अहम दिन है | जब राज्यसभा के इतिहास में कांग्रेस पहली बार सब से बड़ी पार्टी नहीं रही | 66 साल तक कांग्रेस राज्यसभा में सब से बडी पार्टी रही | 9 जनवरी को हरदीप सिंह पुरी राज्यसभा के लिए चुने गए | वह जैसे यूपी विधानसभा से चुने गए भाजपा सब से बड़ी पार्टी हो गई | लोकसभा में वह पहले ही सब से बड़ी पार्टी थी | राज्यसभा में भाजपा को सब से बड़ी पार्टी बनाने का श्रेय हरदीप सिंह पुरी को मिला है | अब भाजपा के राज्यसभा में 58 सदस्य हो गए हैं, जबकि कांग्रेस के 57 हैं | हरदीप सिंह पुरी सिर्फ 2 साल 10 महीने के लिए मनोहर परिकर की सीट पर चुने गए हैं | अप्रेल में स्थिति और बदल जाएगी | भाजपा 67 और कांग्रेस 53 पर आ जाएगी | भाजपा की अब 19 राज्यों में सरकार आ गई है | तो आने वाले चार -पांच साल कांग्रेस के सदस्य घटते जाएंगे और भाजपा के सदस्य बढ़ते जाएंगे | अप्रेल में 55 सदस्य रिटायर हो रहे हैं | जिनमें भाजपा के 17, कांग्रेस के 12, सपा के छह, जदयू, तृणमूल कांग्रेस के 3-3, तेलुगु देशम , राकांपा, बीजद के 2-2  बसपा, शिवसेना, माकपा के एक-एक और दो निर्दलीयों का निर्दलीय कार्यकाल पूरा होने जा रहा हैं | मनोनीत तीन सदस्य का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है | तब कांग्रेस के चार सदस्य और घट जाएंगे | अप्रेल में कांग्रेस घट कर 53 पर आ जाएगी | जबकि भाजपा के छह सदस्य बढ़ जाएंगे | यानी भाजपा के सदस्यों की तादाद 64 हो जाएगी |  रेखा ,अन्नू आगा और  सचिन तेंदुलकर तीन मनोनीत भी रिटायर हो रहे हैं | अगर चुने गए नए तीनों सदस्य भाजपा में शामिल हुए, तो भाजपा की तादाद 67 हो जाएगी | यानी कांग्रेस से 14 ज्यादा  | फिर जून में जब केटीएस तुलसी रिटायर होंगे , तो भाजपा मनोनीत समेत 68 पर पहुँच जाएगी | अप्रैल में भाजपा के 17 सदस्य रिटायर होंगे  और 23 जीत कर आएँगे | जबकि कांग्रेस के 12 सदस्य रिटायर होंगें , पर जीत कर आठ ही आ सकेंगे | अन्य दलों के सदस्य भी  23 के बजाए 21 जीतकर आ सकते हैं |  अरुण जेटली, जेपी नड्डा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर को दुबारा जीत कर आना होगा | कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला, रेणुका चौधरी रिटायर हो रहे हैं | उत्तर प्रदेश विधानसभा ने भाजपा की बल्ले बल्ले कर दी है | खाली हो रही नौ सीटों में से सात भाजपा को मिलेंगी | जबकि बाकी दो सीटें विपक्षी दलों के पास जा सकती है | हरियाणा की खाली हो रही सीट भाजपा को मिलेगी | मध्य प्रदेश की खाली होने वाली पांच सीटों में से भाजपा को चार और कांग्रेस को एक मिलेगी | आंध्र प्रदेश की तीन में से दो तेलुगु देशम को मिलेंगी | महाराष्ट्र की खाली हो रही छह सीटों में से कम से कम दो भाजपा को मिलेगी | बाकी एक शिवसेना, एक कांग्रेस , एक शरद पंवार की पार्टी को जाएगी |  महाराष्ट्र की छठवीं सीट को लेकर कांटे की टक्कर होगी | देखते हैं इस सीट पर अंबानी परिवार इस बार राजीव शुक्ला को उतारता है या नहीं | कर्नाटक की चार में से तीन सीट कांग्रेस और एक भाजपा के पास आ सकती है | पश्चिम बंगाल से खाली हो रही राज्यसभा की चार सीटों में से तीन तृणमूल कांग्रेस और एक माकपा के पास जानी तय है | गुजरात में भाजपा को जरुर एक सीट का नुकसान होगा | गुजरात में चार में से दो सीटें भाजपा और दो कांग्रेस को मिलेंगी | छत्तीसगढ़ की अकेली सीट भाजपा की झोली में जाएगी | बिहार की पांच में से तीन सीटें जदयू-भाजपा गठबंधन को | बाकी दो सीटें लालू यादव की राजद एवं कांग्रेस को मिल सकती हैं |  उत्तराखंड एवं हिमाचल प्रदेश की एक एक सीट भाजपा की झोली में जानी तय है | ये दोनों सीटें फिलहाल कांग्रेस के पास हैं | तेलंगाना की दो में से टीआरएस के पास एक और कांग्रेस के पास एक जा सकती है | कांग्रेस को राजस्थान में बड़ा नुकसान होगा | जहा अभिषेक मनु सिंघवी और नरेंद्र बुडानिया रिटायर हो रहे हैं | राजस्थान की खाली हो रही तीनों सीटें इस बार भाजपा की झोली में जाएँगी | ओडिशा में तीन में से दो बीजद और एक अन्य के पास जा सकती है | पर बड़ा सवाल है कि इस से राजनीति पर क्या असर पडेगा | क्या भाजपा कश्मीर की धारा 370 हटा देगी | क्या भाजपा संसद से रामजन्मभूमि मंदिर का प्रस्ताव पास करवा देगी | क्या भाजपा समान नागरिक संहिता लागू करने का प्रस्ताव लाएगी | अपन को लगता है ये तीनों मुद्दे संसद में नहीं आएँगे | जो सरकार सिनेमा हाल में राष्ट्रगान के मुद्दे पर बिदक जाए | वह श्यामा प्रशाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय के इन तीनों मुद्दों को क्या याद करेगी | तो अपन बता दें , तीन तलाक पर अप्रेल में ज्वाइंट सेशन हो सकता है | तीन तलाक समान नागरिक संहिता की पहली सीढी होगी | विधि आयोग ने सामान नागरिक संहिता पर काम शुरू कर दिया है | सरकार लोकसभा विधानसभाओं के चुनाव साथ करवाने पर आगे बढ़ेगी | सरकार की नियत साफ़ हो, तो 370 राष्ट्रपति के आदेश से रद्द हो सकता है | संसद से पास करवाने की जरुरत ही नहीं | संविधान में ही लिखा हुआ है,यह अस्थाई है | जहां तक रामजन्मभूमि मंदिर का सवाल है | तो अपन को लगता है सुप्रीमकोर्ट से 2018 में ही फैसला आ जाएगा | मोदी अपने इसी टर्म में मंदिर निर्माण शुरू करवाने का श्रेय ले सकते हैं |  
 

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