भाजपा और सरकार में उठापठक का मौसम 

Publsihed: 01.Sep.2017, 00:22

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह गुरूवार को खासे सक्रिय थे | उन ने अपने घर पर मंत्रियों के कोर ग्रुप की बैठक बुलाई | यह कोर ग्रुप संगठन से फीडबैक लेता है और सरकार का फीड बैक देता है | फीड बैक के बाद सरकारी कामों का एजेंडा बनता है | इस तरह एक तरह से अमित शाह भाजपा के होम मिनिस्टर की भूमिका में हैं | पर अब तीन मुद्दे मुख्य एजेंडे पर हैं | पहला केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल | जो मोदी के ब्रिक्स बैठक में जाने से पहले हो सकता है | तो उस के लिए एक ही दिन बचा है | तीन सितम्बर से तो ब्रिक्स की मीटिंग शुरू है | राष्ट्रपति तिरुपति में हैं | वह शनिवार को पहुंच जाएंगे | सो शनिवार दोपहर को फेरबदल के आसार हैं | केबिनेट में छह से नौ मंत्रियों का प्रमोशन और 15 नए मंत्री बनाए जाने की अटकलें हैं | राजीव प्रताप रूढी , उमा भारती, कलराज मिश्र, संजीव बालियान को हटाया जा रहा है | ऐसा होता है, तो नए 15 में से 9 भाजपा के नए मंत्री आएँगे | जिनमें से उत्तराखंड,बिहार, यूपी ,राजस्थान, हिमाचल से एक एक मंत्री होगा | छह मंत्री  सहयोगी दलों के होंगे | हालांकि अन्नाद्रमुक का फच्चर अभी फंस गया है | दूसरा बड़ा मुद्दा भाजपा संगठन में बदलाव का है | जो साल भर से लटका हुआ है | अमित शाह आज करेंगे, कल करेंगे वाले मूड में रहते हैं | खैर जब जब जरूरत हो टुकड़ों में बदलाव होता रहता है | अब जैसे राजीव प्रताप रूढी को महासचिव बना देंगे | दरअसल विधानसभा चुनाव के बाद यूपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम बन गए | पार्टी बड़ी दुविधा में थी कि उनसे लोकसभा सीट से इस्तीफा करवा कर डिप्टी सीएम रहने दिया जाए | या डिप्टी सीएम से इस्तीफा दिला कर केंद्र में मंत्री बनाया जाए | फिर जैसे विजय सांपला प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और मंत्री बने हुए हैं | केशव मौर्य भी दोनों पदों पर बने रहें | या डिप्टी सीएम रहने दिया जाए और लोकसभा से इस्तीफा करवाया जाए | अब गुरूवार को अमित शाह ने यह उलझन सुलझा ली | बड़ा फैसला करते हुए डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को यूपी का अध्यक्ष बना दिया गया | ओबीसी की जगह ब्राह्मण अध्यक्ष | मोदी ने जब अपने मंत्रीमंडल का दूसरा विस्तार किया था | तब डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को मानव संसाधन राज्य मंत्र्ती बनाया था | अब मौर्य प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त हो ही गए | विधान परिषद का सदस्य बनते ही लोकसभा से भी इस्तीफा दे देंगे | कुल मिला कर अपन ने देखा कि मोदी सरकार और अमित शाह की अध्यक्षता में कुछ पक्का नहीं | लगातार उठापठक जारी है | पिछले तीन साल में मौर्य की चार बार जिम्मेदारियां बदल गई | महेंद्र नाथ पाण्डेय की कुछ महीने में ही जिम्मेदारी बदल गई | मंत्रिमंडल के फेरबदल में महेन्द्रनाथ पांडे की छुट्टी हो जाएगी | महेंद्र पांडे ने मोदी से कह दिया है कि उन्हें मंत्री पद से मुक्त करें | जब प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर पांडे की मंत्री पद से छुटी होगी | तो फिर सांपला भी दोनों पदों पर बने रहेंगे, अपन को शक है | अब प्रदेशों के प्रभारियों में भी बदलाव होगा | पर मंत्रिमंडल विस्तार से पहले अटकलों का बाज़ार कुछ ज्यादा ही गर्म है | यों जब से अमित शाह राज्यसभा के सदस्य बने | तब से अटकलें थमने का नाम नहीं ले रहीं | पहले हवा उडी कि अमित शाह को गृह मंत्री बनाया जा रहा है | फिर पार्टी नेताओं ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं | भाजपा का अध्यक्ष राज्यसभा का सदस्य बनता रहा है | सिर्फ नितिन गडकरी नहीं बने थे | उनने कह दिया था कि वह तो चुन कर ही आएँगे | पर अब जब केबिनेट बदलाव सिर पर है | तो गुरूवार को फिर जोरदार आंधी सी उडी कि अमित शाह गृहमंत्री बन सकते हैं | ओम माथुर को भाजपा अध्यक्ष बना दिया जाएगा | अपन कल तक तो ओम माथुर का मंत्री बनना ही सुन रहे थे | कुछ तो ख़ास है, जो उन्हें गुजरात का चुनाव प्रभारी नहीं बनाया | वरना उनकी तो मोदी के साथ गुजरात में जोड़ी रही है | वैसे ओम माथुर के बारे में अपना अनुमान है कि उन का सितारा चमकना अभी बाकी है | खैर ताज़ा अटकल भारी भरकम बदलाव की है | जिसमें गृह,विदेश,रक्षा ,वित्त सब शामिल हैं | सारे घर के बदल डालने वाले अंदाज में | अरुण जेटली ने खुद ही रक्षामंत्री पद कुछ दिन का कह कर बदलाव की हामी भर दी | वह बोले,-मैं लंबे समय तक इस पद पर रहने की उम्‍मीद नहीं करता | हालांकि यह फैसला मैं नहीं कर सकता | पर अमित शाह के घर गुरूवार को हुई बैठक मंत्रिमंडल पर फीडबैक की नहीं थी | वह उस तीसरे मुद्दे पर थी, जो सब से ज्यादा चिंता का मुद्दा है | यह तीसरा मुद्दा गुजरात विधानसभा का चुनाव है | जो मोदी और अमित शाह दोनों की नाक का सवाल है | पहली बार गुजरात का चुनाव मोदी और अमित शाह के बिना होगा | दोनों अपना जोर तो पूरा लगाएंगे | पर दोनों में से कोई चुनावी चेहरा नहीं होगा | मोदी-अमित दोनों की चिंता गुजरात की है | इस लिए भारी भरमक चुनावी टीम बनाई गई है | अरुण जेटला चुनाव प्रभारी | और उन के साथ नरेंद्र सिंह तोमर, निर्मला सीतारमण, जितेन्द्र सिंह और पी.पी चौधरी सह-प्रभारी | चारों मोदी सरकार के मंत्री | पी.पी,चौधरी को छोड़ कर बाकी तीनों का केबिनेट में प्रमोशन भी सुन रहे हैं | अमित शाह की बुलाई मीटिंग में इन चारों के अलावा भूपेन्द्र सिंह यादव भी थे | जहां अरुण जेटली होते हैं, वहां यादव अक्सर होते हैं | यादव भाजपा में उन्हीं का लगाया हुआ पौधा है | 

 

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