अखिलेश भी चले हिंदुत्व की राह

Publsihed: 04.Jan.2022, 21:02

अजय सेतिया / इधर यूपी, उत्तराखंड, पंजाब , गोवा और मणिपुर में चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर है , उधर कोरोना की तीसरी लहर दहलीज पर है | अब सवाल खड़ा हो रहा है कि केंद्र सरकार और चुनाव आयोग की लाख कोशिशों के बाद भी चुनाव हो पाएगा क्या | इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग से चुनाव टालने का आग्रह किया था | अपन ने इसी कालम में 28 दिसंबर को लिखा था कि महामारी में चुनाव कहीं महंगे न पड़ें | पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने तभी यह बयान दिया था कि केंद्र सरकार कोरोना के बहाने चुनाव टलवाना चाहती है | अब उसी पंजाब में कोरोना के हालात भयंकर हो गए हैं | पटियाला के मेडिकल कालेज और इंजीनियरिंग कालेजों में 200 से ज्यादा अध्यापकों और छात्रों में कोरोना पोजिटिव पाया गया है | चुनावों की सब से बड़ी भयानकता के लक्ष्ण मंगलवार सुबह उस समय मिले जब उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से चुनाव प्रचार कर के लौटे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कोरोना पोजिटिव पाए गए |

अपन को अब भी लगता है कि चुनाव टालने पड़ेंगे और पाँचों राज्यों में छह महीने के लिए राष्ट्रपति राज लगाना पड़ेगा | लेकिन अगर चुनाव हुए , तो उस में कुछ नए मुद्दे जुड़ेंगे | अभी चुनाव के बारे में ठीक ठीक फैसला ही नहीं हुआ कि चुनाव में दो नए मुद्दे जुड़ गए हैं | एक मुद्दा अखिलेश यादव के सपने का है , और दूसरा मुस्लिम महिलाओं की बिक्री के विज्ञापन वाले एप का है | ये दोनों मुद्दे यूपी और उत्तराखंड में चुनाव प्रभावित करेंगे | पहले अपन मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाले एप “ बुल्ली बाई “ की बात कर लें | मुस्लिम समुदाय में महिलाओं के लिए बुल्ली एक बुरा शब्द है | पहली जनवरी को “बुल्ली बाई” नाम के एप पर सौ से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं के फोटो लगा कर उन की नीलामी का एलान किया गया था | इन सभी मुस्लिम महिलाओं के फोटो उन के सोशल मीडिया हेंडल से उठाए गए थे |

मुंबई में एक मुस्लिम महिला पत्रकार ने सब से पहले ऍफ़आईआर दर्ज करवाई | इस संबंध में अपन 4 जनवरी के अपने कालम “ हिंदुत्व को बदनाम करने की दूसरी साजिश “ में लिख चुके हैं | मुंबई पुलिस की तारीफ़ करनी पड़ेगी कि उस ने बड़ी तेजी से छानबीन कर दो आरोपियों को पकड़ लिया | एक आरोपी बेंगलुरु में पकड़ा गया , और दूसरी उस की साथी उत्तराखंड से पकड़ी गई | पहले बेंगलुरु से इंजीनियरिंग का छात्र विकास कुमार झा पकड़ा गया , बाद में उस की निशानदेही पर उत्तराखंड की श्वेता पकड़ी गई | श्वेता सिर्फ इंटर तक पढ़ी है , इंटर की परीक्षा भी उस ने पिछली साल पास की है | मुंबई पुलिस रुद्रपुर पहुंची और उसके घर जा कर उसे गिरफ्तार कर लिया | गिरफ्तारी के बाद ही उसने रुद्रपुर पुलिस को सूचना दी | मुख्य आरोपी श्वेता एप से जुड़े तीन खाते संचालित कर रही थी | वहीं, उसके 21 वर्षीय इंजीनियरिंग के छात्र दोस्त विशाल कुमार झा ने खालसा सुप्रीमिस्ट के नाम से खाता खोला था | वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है , और दोनों की दोस्ती सोशल मीडिया पर ही हुई थी | यह मुद्दा इस लिए महत्वपूर्ण बन जाएगा क्योंकि यूपी और उत्तराखंड में मुस्लिम वोटरों की तादाद अनेक सीटों पर चुनाव को प्रभावित करेंगी |

दूसरा मुद्दा अखिलेश यादव के सपने का है | सपने में भगवान श्री कृष्ण के आने की बात कह कर उन्होंने भी हिंदुत्व का दामन थामने की मजबूरी जाहिर कर दी है | अपन ने 3 दिसंबर को ही लिख दिया था कि “कृष्ण जन्मभूमि है तुरुप का पत्ता “ | भाजपा ने कृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा उठा कर यूपी के यादवों को अपनी तरफ खींचने के लिए तुरुप का पत्ता चला था | अखिलेश यादव को एक महीने बाद यह बात समझ आई कि कृष्ण जन्मभूमि के नाम पर यादव भी खिसक सकते हैं | काशी विश्वनाथ के पुनरोद्धार और राम जन्मभूमि पर भव्य राम मन्दिर का शिलान्यास हो जाने के बाद यादवों को भरोसा जगा है कि भाजपा कृष्ण जन्मभूमि भी मुस्लिम कब्जे से मुक्त करवा सकती है | यादवों के लिए यह एक सपने जैसा है | इस लिए यादवों को लेकर यूपी के चुनाव में जबर्दस्त खींचतान शुरू होगी | लेकिन अखिलेश के लिए मुश्किल यह है कि वह यादवों को कृष्ण जन्मभूमि का सपना भी नहीं दिखा सकते | क्योंकि ऐसा करने से मुस्लिम छिटक कर असुद्दुद्दीन ओवेसी , प्रियंका गांधी या मायावती के साथ चले जाएंगे |

 

 

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