जयशंकर के सामने बैठे राहुल

Publsihed: 11.Mar.2022, 07:05

अजय सेतिया / यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के मुद्दे पर हमलावर रूख अपनाने के बाद राहुल गांधी ने अपना स्टेंड बदल लिया है | सरकार ने विपक्ष को लाईन पर लाने के लिए नया तरीका अपनाया | उस ने विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक बुला ली , जिस के अध्यक्ष विदेश मंत्री होते हैं | विदेश मंत्री जय शंकर विदेश मामों के पुराने खिलाड़ी हैं | संसद के बजट सत्र में जब राहुल गांधी के पाक-चीन के नजदीक आने का ठीकरा मोदी की कूटनीति पर फोड़ा था तो जय संकर ने बड़े सलीके से उन का मुहं बंद किया था | राहुल गांधी विदेश मामलों की सलाहाकार कमेटी के मेम्बर हैं | यूक्रेन के मुद्दे पर सरकार की आलोचना करने के बाद अगर वह बैठक में नहीन आते वह खुद कटघरे में खड़े हो जाते | इस लिए वह कांग्रेस के बाकी सदस्यों आनन्द शर्मा और शशि थरूर के साथ खुद मौजूद थे | हालांकि राहुल गांधी ने बैठक में फिर वही चीन और पाकिस्तान की निकटता का मुद्दा उठाया , लेकिन उस के साथ रूस भी जोड़ दिया | उन्होंने कहा कि हाल ही में रूस, चीन और पाकिस्तान नजदीक आए हैं , जो भारत के लिए चिंता का विषय है | लेकिन अपनी बात पर जोर नहीं देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि फिलहाल भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालना प्राथमिकता होना चाहिए | राहुल गांधी पिछले आठ दस दिनों से ट्विटर के माध्यम से भारतीय छात्रों के मुद्दे पर हमलावर रूख अपनाए हुए थे | बैठक से एक दिन पहले 2 मार्च को भी राहुल गांधी ने एक ट्विट कर के मोदी सरकार से तीन सवाल पूछे थे |

संयुक्त राष्ट्र में उप सचिव रहे शशि थरूर भी पिछले कुछ दिनों से सरकार यूक्रेन को लेकर ट्विटर पर सरकार की आलोचना कर रहे थे | वह यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वक्त पर नहीं निकाले जाने पर सवाल उठा रहे थे , संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ वोटिंग के समय गैर हाजिर होने पर भी मोदी सरकार की आलोचना कर रहे थे | थरूर ने कहा था कि हम किसी देश पर हमले और हिंसा का इस्तेमाल कर के सत्ता पलटने के खिलाफ रहे हैं | मोदी सरकार ने संयुक्त राष्ट्र में हमलावर की आलोचना से किनारा कर के गलत संदेश दिया है | लेकिन इस बैठक के बाद सब की बोलती बंद हो गई , बैठक के बाद शशि थरूर का ट्विट चौंकाने वाला रहा | उन्होंने लगातार तीन ट्विट किए | संयुक्त राष्ट्र में वोटिंग के समय गैर हाजिर रहने के मुद्दे पर वह अपनी पार्टी की लाईन के खिलाफ बोल रहे थे , लेकिन इस बैठक में उन्हें पार्टी की लाईन लेनी पड़ी , जो गैर हाजिर रहने का समर्थन करने वाली है | शशि थरूर ने ट्वीट में लिखा “ छह दलों से नौ सदस्य बैठक में मौजूद थे , खुले वातावरण में अच्छी बैठक हुई | यह इस बात का सबूत है कि राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर हम सब एकजुट हैं | “ दुसरे ट्विट में उन्होंने विदेश मंत्रालय से मांग की कि बैठक की विस्तृत जानकारी मीडिया को दी जाए | तीसरे ट्विट में उन्होंने सरकार का आभार जताया कि बैठक बुला कर सही जानकारियाँ और सारे सवालों के संतोषजनक जवाब दिए गए |

जहां तक भारतीय छात्रों को देरी से निकाले जाने का सवाल है तो विदेश मंत्री ने बैठक में मौजूद सभी सांसदों को बताया कि खुद छात्र नहीं निकलना चाहते थे ,क्योंकि उन्हें अपनी शैक्षणिक स्थिति को ले कर संदेह था | सरकार ने विश्वविद्यालयों से बाकायदा सर्कुलर जारी करवाया कि वे आन लाईन कक्षाएं लगाएंगे | हालांकि अब तो वहां सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर ही खत्म हो गया | तो सरकार ने पोलैंड से बात की है , पौलेंड यूक्रेन में डाक्टरी की पढाई कर रहे सभी छात्रों को लेने को तैयार हो गया है | यह जानकारी जनरल वी.के.सिंह ने पोलैंड में भारतीय छात्रों को भी बताई है |

 


 

 

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