सुब्रह्मणयम स्वामी के सब्र का प्याला भर गया है शायद 

Publsihed: 21.Feb.2017, 06:10

सुब्रमण्यम स्वामी ने चप्पी तोड़ दी | भाजपा के फायर ब्रांड नेता हैं स्वामी  | राजनाथ सिंह जब भाजपा के अध्यक्ष थे | तब स्वामी की भाजपा में एंट्री हुई थी | वह जनसंघ के नेता हुआ करते थे | आपातस्थिति के हीरो थे सुब्रमण्यम स्वामी  |  जब  इंदिरा गांधी की पुलिस देश के चप्पे चप्पे में स्वामी को ढूंढ रही थी | वह अचानक अमेरिका में प्रकट हुए और राजनीतिक शरण मांग ली थी | फिर स्वामी अचानक एक दिन संसद में पहुँच गए थे | उन्हें देख कर कांग्रेसी सांसद बेंचों में छुप गए थे | संसद में हाजिरी लगा कर वह फिर गायब हो गए थे | पुलिस ने उन की छवि भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी की बना रखी थी |  जब वह सारी सुरक्षा को धत्ता बता कर संसद में घुस आए | तो संसद में कहीं बम ही न फैंक दें | उन की छवि ने कांग्रेस को दारा रखा था | आपातकाल से पहले वह जनसंघ के सांसद तो थे ही | युवा जनसंघ के पहले और आख़िरी अध्यक्ष भी थे | शाह कमीशन ने आपातस्थिति के दौरान हुई ज्यादतियों की जांच की थी | जांच रिपोर्ट में स्वामी की इस घटना का भी जिक्र था |  जनता सरकार में जनसंघ के कोटे से वाजपेयी और आडवानी मंत्री बने | जनसंघ कोटे से सुब्रमण्यम स्वामी का नाम नहीं भेजा गया | इस से वह खफा हो गए | वहीं से स्वामी का वाजपेयी-आडवानी के साथ ३६ का आंकड़ा शुरू हुआ | जनता पार्टी टूटी ,तो स्वामी भाजपा के साथ नहीं आए | वह चन्द्र शेखर की जनता पार्टी में ही रहे | बाद में चन्द्र शेखर सरकार में मंत्री भी बने | हालांकि वह तीन बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सांसद रहे | 1999 में वाजपेयी सरकार को गिराने की पटकथा सुब्रमण्यम स्वामी ने ही लिखी थी | जब उन ने सोनिया और जयललिता को हाई टी पर साथ-साथ बिठाया था |  स्वामी तो बदले में सिर्फ राज्यसभा चाहते थे | पर जब न सोनिया ने राज्यसभा दी, न जयललिता ने  | तो स्वामी ने दोनों के खिलाफ मोर्चा खोल लिया |  दोनों के खिलाफ अदालतों में केसों की झाड़ी लगा दी | सोनिया और राहुल जिस नेशनल हेराल्ड केस में जमानत पर हैं, वह सुब्रमण्यम स्वामी ने ही फाईल किया था | जयललिता तो नहीं रही , शशिकला जिस केस में जेल की हवा खा रही, वह सुब्रमण्यम स्वामी ने ही फाईल किया था | स्वामी जिस के पीछे पड़ते हैं हाथ धोकर पड़ते हैं | वह तमिल ब्राहमण हैं, वह सत्यानाश करने की चोटी बाँध लेते हैं | भले ही वह वाजपेयी-आडवानी खेमे के खिलाफ हाथ धोकर पड़े रहे | पर अपनी हिंदूवादी छवि बनाए रखी | संघ के अधिकारियों से नजदीकी भी बनाए रखी | इस लिए राजनाथ सिंह के माध्यम से 2०13 में भाजपा में एंट्री हुई | तो  2014 में राज्यसभा भी मिल गयी |  स्वामी अर्थशास्त्री हैं, उन्हें उम्मींद थी मोदी उन्हें मंत्री बनाएंगे | वित्त मंत्रालय पर तो उन का दावा पक्का था | पर मोदी ने जब 75 साल का फच्चर फंसा दिया | इस फच्चर के चलते जब भुवन चन्द्र खंडूडी जैसे दिग्गज मंत्री  नहीं बने | तो एक साल पहले भाजपा में आए 75 साल के स्वामी कैसे बनते | मोदी ने मंत्री तो बनाया नहीं | ऊपर से वित्तमंत्रालय घोर विरोधी अरूण जेटली को दे दिया | जेटली जैसों का विरोध न होता | तो स्वामी की सात-आठ साल पहले एंट्री हो जाती | अब जब एंट्री हो गयी है, तो स्वामी के निशाने पर हैं अरूण जेटली | जेटली पर हमले का कोइ मौक़ा नहीं चूकते | बीच में मोदी ने नाराजगी जताई थी, तो स्वामी कुछ दिन चुप रहे | अब लगता है, स्वामी के सब्र का प्याला भर गया | उन ने पी.चिदंबरम को मोहरा बना कर जेटली पर निशाना साधा है | स्वामी ने बाकायदा बयान जारी किया | उनने कहा - पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कीर्ति चिदंबरम और उनके सहयोगियों के विदेशी बैंकों में 21 अकाउंट है । वित्त मंत्रालय को शिकायत की गयी | पर इनपुट के बावजूद वित्त मंत्रालय, सीबीआई, ईडी जानबूझ कर जांच नहीं कर  रहे |" स्वामी ने कहा कि ईडी के तीन सम्मन को कीर्ति चिदंबरम ने नजरअंदाज किया | एक बार भी हाजिर नहीं हुए । ईडी के पास इनपुट्स हैं,  इसके बावजूद जांच सही दिशा में नहीं जा रही । स्वामी ने अरूण जेटली को पी.चिदंबरम का मित्र बताया है | बोले-" चिदंबरम वित्त मंत्रालय में अपने मित्र के जरिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को कब्जे में किए हुए हैं |" स्वामी ने कीर्ति चिदंबरम के सभी 21 विदेशी बैंक अकाउंटस भी जगजाहिर कर दी | स्वामी ने जेटली का नाम तो नहीं लिया | पर इशारा कौन नहीं समझता |  उन का सीधा सवाल है - " जब कभी मैं भ्रष्टाचार का मामला सामने लेकर आता हूँ , तो कार्रवाई नहीं होती |" मोदी का समर्थन करते हुए स्वामी ने अरूण जेटली को निशाने पर लेते हुए कहा-"  नोटबंदी की वजह से भ्रष्टाचार के खिलाफ फायदा मिला |  पर अगर वित्त मंत्रालय ने अपना काम सही से किया होता । तो कई गुना ज्यादा फायदा होता |" तो क्या स्वामी का जेटली पर नया हमला  किसी नई राजनीति की शुरुआत है | 

आपकी प्रतिक्रिया