अजय सेतिया / जैसी कि उम्मींद थी अमेरिकन फाईजर कम्पनी पर भारत में बन रही सीरम कम्पनी की कोविशिल्ड भारी पड़ी है | तीन कम्पनियों ने एक एक दिन के वक्फे पर अपनी अपनी वेक्सीन को मंजूरी के लिए आवेदन किया था | सब से पहले 4 दिसम्बर को फाईजर ने अर्जी लगाई थी , उस के दो दिन बाद आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च पर आधारित पुणे की सीरम कम्पनी ने 6 दिसम्बर को अर्जी लगाई | उस से अगले दिन 7 दिसम्बर को हैदराबाद की भारत बायोटेक ने अपनी वेक्सीन की मंजूरी के लिए अर्जी लगाई |
दुनिया के बड़े देशों में उस देश की दवा नियामक एजेंसी किसी भी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने का काम करती है, लेकिन कमजोर सिस्टम वाले देश इसके लिए आमतौर पर डब्ल्यूटीओ पर निर्भर करते हैं | विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 फाइजर वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी , लेकिन भारत ने अपनी जांच के बिना फाईजर की वेक्सीन को मंजूरी नहीं दी | ब्रिटेन और अमेरिका से मंजूरी के बावजूद फाईजर भारत में सीरम के मुकाबले पिछड़ गई | जबकि यूरोप और अमेरिका में फाईजर का टीका पहले से ही उपलब्ध है | अमेरिकन फाईजर की वेक्सीन को अमेर…
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