कभी वो बाबा लगता है कभी वो लाला लगता है
ब्रजेश राजपूत,भोपाल ! अच्छा सुनो , अब बस करो। ये पालिटिकल सेशन खत्म और स्पीरिचुअल सेशन शुरू। अब आप सब दो मिनिट कपाल भाति और अनुलोम विलोम करो। और ये कहकर बाबा ने अपना भगवा उत्तरीय कंधे पर डाला, सामने रखे माइक के टेबल को दूर किया और कुर्सी पर ही आलथी पालथी मारकर षुरू हो गये। लंबी लंबी गहरी सांस लेने।
हू,,, हू,,,।