राजस्थान में शह मात के खेल में गहलोत आगे

Publsihed: 13.Jul.2020, 18:40

सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर पर विधायक दल के बाद गहलोत सरकार सुरक्षित होने की बात कही गई। बैठक के बाद मौजूद सभी विधायकों को 4 बसों से सीधे फेयर माउण्ट होटल भेज दिया गया। गहलोत भी बस में ही साथ गए। बैठक के दौरान गहलोत खेमे ने दावा किया कि उन कि बैठक में 109 विधायक मौजूद हैं , उधर सचिन पायलट ने भी दावा किया कि उन के साथ तीस विधायक बैठे हैं | लेकिन सच कुछ और है , सच यह है कि दोनों झूठ बोल रहे थे | बैठक में सौ से कम विधायक थे और सचिन पायलट के पास सिर्फ 17 विधायक थे | विधायक दल की बैठक से सचिन पायलट की हवा तो निकल गई , अशोक गहलोत का राजनीतिक मकसद पूरा हो गया , उन्होंने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव भी पास करवा लिया , जो बैठक में नहीं आए , इस तरह गहलोत ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटवाने और नोटिस दिए जाने की भूमिका बना ली | 

लेकिन कांग्रेस हाईकमान की भी हवा निकल गई है , क्योंकि ऐसे दावे तो कमल नाथ भी कर रहे थे , क्लेकिन वह अपनी सरकार बचा नहीं सके | इस लिए अब प्रियंका गांधी ने कमान सम्भाली है , उन्होंने पायलट से फोन पर बात की है | पता चला है कि पायलेट ने कुछ शर्तें रखी हैं , पहली शर्त तो यह है कि उन के दोनों पद कायम रहेंगे , यानी वह प्रदेश अध्यक्ष नभी बने रहेंगे और उपमुख्यमंत्री भी | दूसरी शर्त यह है कि मंत्रीमंडल में भागीदारी 50-50 के आधार पर होगी | तीसरी शर्त यह है कि प्रदेश की राजनीतिक नियुक्तियों में भी 50-50 की भागेदारी होगी | चौथी शर्त है कि हर फैसले में उन की सहमती ली जाएगी | 

मध्यप्रदेश से सबक लेते हुए कांग्रेस आलाकमान निश्चित ही कुछ शर्तों को मानेगा |  हालांकि, गहलोत को पायलट की शर्तें मंजूर होती हैं या नहीं, यह भी अहम रहेगा? सूत्रों का कहना है कि यदि पायलट की शर्तें नहीं मानीं गईं तो फिर वे कांग्रेस में नहीं रहेंगे , अशोक गहलोत के बेटे वैभव और उन के बिजनेस पार्टनरों पर आयकर के छापों से जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी से उन के तार जुड़े हुए हैं । ऐसे में अशोक गहलोत सरकार में सेंध लगना लाजिमी है। अब देखना यह है कि आलाकमान सरकार को बचाते हैं या फिर पायलट को हटाते हैं?

विधायक दल ने पास किया रेजोल्यूशन


विधायक दल की बैठक में  96 से 98 विधायकों के आने की खबर है। हालांकि, दावा 109 का किया गया है। 
बैठक में जो प्रस्ताव पास हुआ उसमें सरकार के खिलाफ काम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई  करने की बात तो कही ही गई है , प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि भाजपा लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश कर रही है |


 

 

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