भडास ने निकाल दी पुलिस की सारी अकड

Publsihed: 18.May.2018, 17:19

गाजियाबाद (भडास4मीडिया ) गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना एरिया में एक लफंगा अपने दोस्तों के साथ खुलेआम एक लड़की और उसके पिता को गालियां देता घूम रहा था। पुलिस भी उस का कुछ नहीं बिगाड पा रही थी, क्योंकि इंदिरापुरम थाने का थानेदार उस गुंडे की पीठ पर था । पर जब भडास फार मीडिया वेेेेबसाईट और वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह ने सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई तो एक ही दिन मेंं पुुुुलिस की अकल ठीकाने आ गई और शुक्रवार शाम फोन पर अश्लील बाते करने वाले सिराज नाम के गुंडे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लड़की का नाम तपस्या शर्मा है जो मीडिया की छात्रा है.

लफंगे का नाम सिराज है जिसकी पुलिस में इतनी तगड़ी सेटिंग थी कि लड़की द्वारा थाने जाने, सौ नंबर पर फोन करने, वन जीरो नाइन जीरो पर काल करने का भी स्थानीय पुलिस पर कोई असर नहीं हुआ थाा . उल्टे आरोपी की थाने में खूब आवभगत की जाती थी. पीड़ित छात्रा की एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई और उसे इस-उस बहाने से रोज-रोज पुलिस द्वारा भ्रमित किया जाता रहा.

नतीजा यह है कि लफंगों के हौसले बुलंद है और पीड़ित छात्रा व उसके पिता का जीना मुहाल हो चुका है.

हद तो ये है कि लफंगा सिराज थाने पहुंच कर वहां एफआईआर दर्ज कराने गई लड़की को घूरता था और बाहर निकलने पर उसका पीछा करता था पुलिस वाले लड़की से कहते कि अगर तुम्हारे साथ वाकई कुछ हो जाता है तब तुम थाने आना.

दुखी मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा एक दिन पुलिस कप्तान के पास जाती हैं और महिला आयोग में भी शिकायत कर देती हैं. पुलिस कप्तान ने महिला थाने की पुलिस को आदेश दिया कि पीड़िता का बयान दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाए.

तपस्या शर्मा महिला थाने जाकर पूरा वाकया बताती लिखाती हैं और इंदिरापुरम थाने के दरोगा-सिपाहियों की सिराज नामक लफंगे से मिलीभगत का खुलासा कर देती है. वह एफआईआर दर्ज न किए जाने का पूरा घटनाक्रम बताती है. वह बताती हैं कि किस तरह पुलिस की सिराज नामक लफंगे के साथ सेटिंग है जिसके चलते वह अरेस्ट नहीं किया जाता है.

महिला थाने में बयान दर्ज कराए जाने की जानकारी मिलने पर इंदिरापुरम थाने की पुलिस रात में मीडिया स्टूडेंट तपस्या शर्मा के घर आती है और जबरन इस मीडिया छात्रा और उसके पिता को धमका कर एक अप्लीकेशन लिखवा लेती है कि उसने महिला पुलिस में बयान गुस्से में दिया, दरोगा जी की कोई गलती नहीं है, कंप्यूटर खराब होने से एफआईआर की कापी नहीं मिल पाई आदि आदि.

पुलिस वालों के जाने के बाद परेशान तपस्या अपनी सारी बात वीडियो पर कह कर रिकार्ड की और मीडिया के कुछ लोगों को भेज दी। फिलहाल मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा के वीडियो का ये छोटा सा हिस्सा सुन लें जिससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि योगी के राज में भी पुलिस कितनी ‘सुधर’ चुकी है और लड़कियां कितनी ‘सेफ’ हैं.

तपस्या शर्मा ने भड़ास को अपनी आपबीती का वीडियो भेजने के बाद एक संदेश भी भेजा है कि वह लफंगों को हर हाल में दंडित कराना चाहती हैं. इसके लिए अपने नाम पहचान के साथ लड़ाई लड़ेंगी. जब यह सिस्टम और थाना-पुलिस उनकी पीड़ा को नहीं सुन-समझ रहा है, उनकी तबाह हो रही जिंदगी को नहीं बचा पा रहा तो अब खुल कर लड़ने के अलावा कोई चारा नहीं है.

पहले ये लेटर पढ़ें जिसे पुलिस वालों ने जबरन तपस्या शर्मा के घर जाकर धमकाते-पुचकारते हुए लिखवा लिया ताकि पुलिस को सही और तपस्या को झूठा साबित किया जा सके…

अब मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा की जुबानी उसकी दिक्कतों-परेशानी की कहानी सुनिए :

सौरभ कुमार की रिपोर्ट. ( भडास4मीडिया से साभार )

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