अपने सवालों के कटघरे में कांग्रेस

Publsihed: 04.Mar.2019, 16:26

मोदी ने कांग्रेस की सामान्य बुद्धि पर सवाल उठाया है । ठीक ही सवाल उठाया । मोदी की यह बात सारे देश को समझ आ चुकी है कि अगर भारत के पास राफेल होता तो नतीजे कुछ और होते । पर कांग्रेस ने इस का अर्थ यह निकाला कि एयरफोर्स का आपरेशन फेल हो गया । मोदी ने आज कांग्रेस की सामान्य बुद्धि पर सवाल उठाते हुए बताया कि इस का मतलब है, पाकिस्तान के परखचे उड़ गए होते ।

असल में कांग्रेस यह समझ रही है कि उसे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के कारण सत्ता मिली है । सच यह है कि इन तीनों राज्यों में भाजपा के खिलाफ एंटीइंकम्बेंसी के कारण सत्ता मिली । इस के अलावा किसानों को कर्ज माफी के वायदे और बेरोजगारी ने कांग्रेस के पक्ष में हवा बनाई थी ।

कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं दिग्विजयसिंह, कपिल सिब्बल और पी.चिदम्बरम ने पाकिस्तान पर हुए एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए हैं । असल में ये सवाल इंटरनेशनल मीडिया के बहकावे में आ कर उठाए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया , खासकर बीबीसी का कहना है कि भारत के एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान में कोई जनहानि नहीं हुई, अलबत्ता जंगल मे कुछ दरख़्त जरूर उखड़ गए । अंतरराष्ट्रीय मीडिया की यह खबर भारतीय मीडिया की खबर का खंडन है, जिसने शुरू में 250-300 आतंकवादियों के मरने की खबर दी थी । जबकि सेना अथवा सरकार ने हताहतों का कोई दावा नहीं किया था ।

वायुसेनाध्यक्ष ने आज कांग्रेस के आरोपो का यह कहते हुए जवाब दिया कि हम ऑपरेशन की सफलता देखते है, लाशों की तादाद नहीं । जब सरकार ने हताहतों का कोई आंकड़ा दिया ही नहीं, तो कांग्रेस के नेताओं का एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाना क्या वायुसेना की क्षमता पर सवाल उठाना नहीं है ।

अगर कांग्रेस वायुसेना की क्षमता पर सवाल उठा रही है, तो उसका जवाब तो खुद कांग्रेस को देना है कि मिग 21 जब बार बार गिर रहे थे तो उस ने अपने दस साल के शासन में राफेल सौदा सिरे क्यों नहीं चढाया । उस पर सवाल उठना एयर स्ट्राइक का विफल होना होता है क्या । अगर उस कारण ही विफल हुआ है, तो उस का जवाब मोदी और वायुसेनाध्यक्ष क्यों दें, उस का जवाब तो मनमोहन, सोनिया, एंटनी और राहुल को देना है कि राफेल सौदा क्यों नहीं किया था ।

 

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