गाय के दूध और पकवानों से रोजा तोड़ने की मिसाल

Publsihed: 31.May.2017, 18:08

मुरादाबाद | देश में इन दिनों गौ हत्या का मामला गरमाया हुआ है| ऐसे में मुरादाबाद के मोहल्ला जाहिद नगर में मेहंदी हसन ने मोहम्मद जान तुर्की की सलाह से एक नई गंगा-जमुनी मिसाल पेश की। मेहंदी हसन अंसारी ने अपने सभी 15 परिजनों समेत रमजान के पहले रोजे का इफ्तार गाय के दूध के साथ किया। मेहंदी हसन से इस मौके पर कहा कि हम हिंदू-मुस्लिम की बेवजह की लड़ाई में फंसकर अपने मुल्क को बर्बाद कर रहे है।

यहां तक की मेहंदी हसन ने उस वक़्त को भी याद कराया जब बादशाह बहादुर शाह जफर और हुमायूं ने गाय की कुर्बानी पर रोक लगाई थी। मेहँदी हसन का कहना है कि इस समय योगी सरकार पर गाय विरोधी इल्जाम लगत हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हम हमेशा गाय कत्ल के विरोधी रहे हैं और रहेंगे। मैंने इस इफ्तार को लेकर मोहम्द जान तुर्की साहब की सलाह से किया। तुर्की ने कहा कि इस तरह की मिसाल पेश करने से हिंदू-मुस्लिम एकता को बल मिलेगा।

 

अपना मकसद जाहिर करते हुए मेहंदी हसन ने कहा कि मुल्क में इस समय भाईचारे के संदेश की बहुत जरूरत है। दूसरे धर्म का सम्मान करना एक सच्चे इंसान और सच्चे मुसलमान का फर्ज बनता है। इस समय मुल्क में रमजान का महिना चल रहा है, हम सभी हिंदू और मुस्लिम भाईचारे के साथ रहें।

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