बिप्लव चुने जाएंगे नेता, आइपीऍफ़टी की मांग ठुकराई

Publsihed: 05.Mar.2018, 19:57

अगरतला | त्रिपुरा और दिल्ली से मिली ख़बरों के अनुसार भाजपा ने अपने चुनाव सहयोगीआइपीऍफ़टी के अध्यक्ष एन सी देबबर्मा की अदावासी को ही मुख्यमंत्री बनाने की मांग ठुकरा दी है | पार्टी सूत्रों ने बताया कि त्रिपुरा में नए सीएम के चुनाव के लिए पर्यवेक्षक के तौर पर नितिन गडकरी और जुएल ओराओं मंगलवार 6 मार्च को अगरतला जाएंगे | विधायक दल की बैठक के बाद त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष बिपलब कुमार देब को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना जाएगा | बिप्लव कुमार देब ने आज मुख्यमंत्री मानिक सरकार से मुलाक़ात कर आशीर्वाद लिया | 

बिप्लब को सीएम बनाए जाने की अटकलों के बीच उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सही फैसला लेने का भरोसा जताया है। वहीं, शपथग्रहण समारोह भी 10 मार्च के स्थान पर अब 9 मार्च को किया जाना तय किया गया है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के समय को ध्यान में रखते हुए तारीख में फेरबदल किया गया है। 9 मार्च को अगरतला में शपथ समारोह में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत सभी बीजेपी सीएम भी शामिल होंगे |

राज्य को आदिवासी सीएम देने के सवाल पर बिप्लब ने कहा है कि विधायक दल के सदस्य लोकतांत्रिक तरीका अपनाते हुए यह फैसला करेंगे कि किसे मुख्यमंत्री बनाना है क्योंकि बीजपी लोकतंत्र में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि अमित शाह और पीएम मोदी को पता है कि कैसे लोगों के सुझावों को सही दिशा देनी है। 

बिप्लब ने निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक सरकार से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया है। शाह ने बिप्लब को त्रिपुरा में पार्टी की जीत के लिए श्रेय दिया था जिसके बाद से ही उनका नाम सीएम पद के उम्मीदवारों में सबसे आगे चल रहा था।

संघ से जन्मजात सम्बन्ध 

जिम ट्रेनर बिप्लब देब लंबे समय से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए हैं. या यूं भी कह सकते हैं कि राजनीति की शुरुआत उन्होंने आरएसएस से जुड़ने के बाद ही की है | बिप्लब देव का जन्म 25 नवंबर 1969 को त्रिपुरा में गोमती जिले राजधर नगर गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था | उनके पिता हराधन देब जनसंघ के स्थानीय नेता थे |  बिप्लब देब ने त्रिपुरा के उदयपुर कॉलेज से 1999 में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह दिल्ली आ गए जहां वह आरएसएस से जुड़े | बिप्लब देव 16 साल तक संघ के कार्यकर्ता बने रहे | उन्होंने संघ के बड़े नेता गोविंद आचार्य और कृष्णगोपाल  के संरक्षण में ट्रेनिंग ली |

बिप्लब देव को 2016 में सुधींद्र दासगुप्ता की जगह त्रिपुरा बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया | बिप्लब देब की पत्नी नीति स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी हैं | बिप्लब देब के दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी है |

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