नेहरू के बाद दिल्ली की सड़कों पर मोदी का स्वागत

Publsihed: 12.Mar.2017, 17:43

नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली की सडकों पर स्वागत किया गया | मोदी 300 मीटर तक पैदल चलते हुए भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने दीं दयाल उपाध्याय की प्रतिमा को माल्यार्पण किया | उन के स्वागत के लिए एक भव्य कार्यक्रम रखा गया था | 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक रोड शो में पार्टी मुख्यालय पहुंचे | यह रोड शो ले मेरीडियन होटल से लेकर बीजेपी मुख्यालय तक हुआ | विजय गोयल का घर मेरीडियन होटल के दूसरे किनारे पर है, जहां विजय गोयल ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया, वहां से वह रोड शौ करते हुए पार्टी कार्यलय पहुंचे, जहां दिल्ली प्रदेश भाजपा की और से मोदी का भव्य स्वागत किया गया | बाद में मोदी और अमित शाह ने हजारो की तादाद में इक्कट्ठे हुए पार्टी कार्यकताओं को संबोधित किया |

मोदी ने समाजौत्थान शुरू कर दिया 

हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि होली भाजपा और भाजपा समर्थकों के लिए नए रंग ले कर आई है | उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में भाजपा तीन चौथाई बहुमत के साथ सरकार बन रही है | उन्होंने कहा कि मणिपुर और गोवा में भी लोगों ने भाजपा को समर्थन किया है | उन्होंने कहा कि भाजपा को 2014 से भी बेहतर समर्थन मिला है | अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने हर घर में रसोई गैस, नोटबंदी जैसे महत्वपूर्ण काम किए | उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबों के हित में काम करेगी और सारे वायदों को निभाएगी | उन्होंने कहा कि 2019 में इस से भी बड़ा जनादेश मिलेगा, लेकिन इस से पहले हिमाचल, गुजरात, कर्नाटक भाजपा की झोली में होंगे | 

इससे पहले मोदी को खुली कार पर देखने के लिए तीन घंटे पहले से ही चौराहे और सड़कों पर हजारों कार्यकर्ता रोड पर खड़े थे ।  

होटल से बीजेपी कार्यालय तक की दूरी करीब तीन सौ मीटर है। सड़क के दोनों तरफ कार्यकर्ता खड़े थे | इस से पहले दिल्ली की सडकों पर ऐसा कभी नहीं देखा गया था, संभवत: जवाहर लाल नेहरू के बाद मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं , जो सड़क पर उतर कर लोगों के बीच आए | मोदी पर कई टन फूल बरसाएं गए ।  बीजेपी कार्यालय के अंदर जाने के बाद पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्यों ने पीएम मोदी का स्वागत किया ।  पार्टी मुख्यालय में केन्द्रीय मंत्रियों और संसदीय बोर्ड के सदस्यों के साथ ही राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिव राज सिंह चौहान भी मौजूद थे | 

संसदीय बोर्ड की बैठक 

अब भारतीय जनता पार्टी आगे की रणनीति बनाने की तैयारियों में जुट गई है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मिले पूर्ण बहुमत के बाद मुख्यमंत्री का चयन भी इसी रणनीति का एक बहुत बड़ा हिस्सा है। इसी रणनीति को बनाते हुए रविवार को दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पर एक बड़ी बैठक हो रही है। इस बैठक में भाजपा के कई शीर्ष नेताओं सहित प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी भी हिस्सा ले रहे हैं।

मुख्यमंत्रियों पर विचार 

संसदीय बोर्ड की इस बैठक में यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर भी विचार विमर्श होगा, दोनों राज्यों के लिए पर्वेक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जो कल दोनों राज्यों की राजधानियों में जा कर नवनिर्वाचित विधायकों से बात करेंगे | यूपी और उत्तराखंड के अलावा गोवा और मानुपुर के बारे में भी भाजपा बोर्ड को निर्णय लेना है, इन दोनों राज्यों में भी भाजपा की सरकार बनाने की संभावनाएं बन गई है | वेंकैया नायडू और जतिंद्र प्रशाद ने दावा किया है कि इन दोनों राज्यों में भी भाजपा की सरकार बन गई है | 

अमित शाह की राजनाथ सिंह से मंत्रणा 

संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू होने से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राजनाथ सिंह के घर जा कर उन से बातचीत की | यह बात चीत इस पृष्ठ भूमि में अहम् है कि गोवा में विधायक दल और एमजीआर और एनसीपी ने रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा है | अगर उन्हें मुख्यमंत्री बना कर भेजा जाता है तो रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी किसी मंत्री को दी जाएगा | 

नया रक्षा मंत्री कौन 

अरुण जेटली या राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है | लेकिन राजनाथ सिंह का नाम उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए भी चल रहा है | इस बीच यह भी खबर आ रही है कि भाजपा और नरेंद्र मोदी उत्तरप्रदेश में किसी ओबीसी को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं | 

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