मोदी की बल्ले बल्ले करने वाली दो खबरें 

Publsihed: 19.Apr.2017, 08:57

सोमवार को गुजरात में जो मोदी का स्वागत हुआ था | विपक्ष पहले से बेहोश हुआ पडा था | ऊपर से मंगलवार को मोदी की ईमेज बढाने वाली दो और खबरें आ गई | पहली खबर दिल्ली की थी | दूसरी खबर लंदन से आई | लंदन की खबर क्योंकि विजया माल्य से जुडी थी , सो बड़ी सुर्खी बनी | विजुअल मीडिया ने विजया माल्य की गिरफ्तारी का हो-हल्ला मचा दिया |  उज्जवल निक्कम ने तभी मीडिया से कहा था-"विजया माल्या को भारत लाना इतना आसान नहीं | अभी तो प्रक्रिया शुरू हुई है | ब्रिटेन की अदालत में सबूत पेश करने पड़ेंगे | तब जा कर प्रत्यार्पण की कार्यवाही शुरू होगी |" मिनटों में विजया माल्य की जमानत हो गई |  विजया माल्य ने तुरंत ट्विट कर के भारत के विजुअल मीडिया की खिल्ली उडाई | इस केस पर अपन आगे बताएंगे | पहले मोदी की ईमेज बढाने वाली दिल्ली की घटना | इतवार की शाम दिल्ली के नरेला में एक घटना हुई थी | केजरीवाल सरकार का वह सर्कस के बदले राशन कार्ड वाला किससा तो आप को याद होगा | "आप" सरकार का मंत्री था-संदीप कुमार | उस ने राशनकार्ड बनवाने के बदले एक महिला का शारीरिक शोषण किया था | जिस की सीडी सोशल मीडिया पर चल गई थी |  केजरीवाल को झक मार कर संदीप कुमार को मंत्री पद से हटाना पडा |"आप" से भी सस्पेंड किया | रविवार को वही संदीप कुमार दिल्ली के नरेला वार्ड में भाजपा के उम्मीन्द्वार का प्रचार करने पहुँच गया | न्यूज चेनेल तो खबर चला पाते, इस से पहले ही सोशल मीडिया पर भाजपा विरोधी गैंग सक्रिय हो गया | भाजपा ने तुरंत खंडन जारी किया | असल में रविवार सबेरे नरेला में छत्तीस बिरादरी की मीटिंग चल रही थी | मीटिंग भाजपा उम्मीन्द्वार सविता खत्री के पक्ष में थी | उसी समय संदीप कुमार "आप" लाबी वाले मीडिया को लेकर वहां पहुंचा | अन्दर मीटिंग चल रही थी, संदीप ने बाहर ही सविता के पक्ष में बयान दिया | और बाहर के बाहर निकल गए | तुरंत सोशल मीडिया पर भाजपा को बुरा भला कहने वाला गैंग सक्रिय हो गया | क्या जोरदार प्लेनिंग थी | बड़े बड़े धुरंधर भाजपा विरोधी पत्रकार भी इस गैंग की मुहीम में शामिल हो गए | भाजपा ने तुरंत खंडन किया, सोमवार बयान भी जारी किया था | इसी बीच नरेला की उम्मीन्द्वार को तलब किया गया | भाजपा हाई कमान ने पूछा कि संदीप कुमार उस के प्रचार में कैसे पहुंचा | सविता संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई | भाजपा ने ऐसा कठोर कदम उठाया कि भाजपा विरोधी गैंग के होश उड़ गए | मीडिया को एक घंटे के नोटिस में बीजेपी के दिल्ली प्रदेश आफिस बुलाया गया | भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  विनय सहस्त्रबुद्धे ने सविता खत्री को पार्टी से निकालने का ऐलान कर दिया | अब भाजपा विरोधियों को काटो तो खून नहीं | संसद में सवाल पूछने के बदले पैसा लेने संबंधी दस सांसदों का वीडियो सामने आया था | उन दस सांसदों को लोकसभा की सदस्यता से निकाल बाहर किया गया था | केजरीवाल चाहते तो संदीप कुमार की विधायकी भी उसी आधार पर खत्म करते | पर उन ने ऐसा नहीं किया | एक तरफ "आप" का राशन कार्ड के बदले सेक्स का सकेंडल | दूसरी तरफ सेक्स के बदले जज बनवाने वाला कांग्रेस के वकील सांसद का सकेंडल | सोनिया गांधी ने तो अपने उस वकील को फिर राज्यसभा मैम्बर बना दिया था | और एक तरफ भाजपा का उस उम्मीन्दवार को ही पार्टी से निकालने का  फैसला | जो घटिया चरित्र वाले का समर्थन ले रहा हो | भाजपा का यह कदम मोदी की ईमेज बढाने वाला साबित हुआ | असल में मोदी विरोधी जिस मुद्दे को हाथ लगाते हैं,वही उलटा पद जाता है | पिछले बुधवार कांग्रेस ने राष्ट्रपति से वोटिंग मशीनों की शिकायत की थी | अगले ही दिन उन्हीं वोटिंग मशीनों ने कांग्रेस को कर्नाटक और मध्य प्रदेश में जीता दिया | पर अपन बात कर रहे थे मंगलवार को आई मोदी की ईमेज बढाने वाली दो खबरों की | दूसरी  खबर आई  विजया माल्या की गिरफ्तारी की | नौ हजार करोड़ का लोन डिफॉल्ट भगोडा बिजनेसमैन विजय माल्या लंदन में रह रहा है | कांग्रेस दिन रात आरोप लगाती थी कि मोदी सरकार ने माल्या को भगा दिया | पर मोदी सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी और मंगलवार को लंदन में गिरफ्तारी भी हो गई |  हालांकि तुरंत बेल भी मिल गई है। वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश पर स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर के कोर्ट में पेश किया था | भारत सरकार को  ब्रिटिश सरकार ने संदेश भेजा -" मोदी सरकार ने जो प्रत्यर्पण की अर्जी दी थी, उसके बाद माल्या को गिरफ्तारी की गई है ।"  दारू पार्टियों के शौक़ीन विजया माल्या ने भारतीय मीडिया की खिल्ली उडाई है | पर उज्जवल निक्कम ने कहा है-"अभी तो पार्टी शुरू हुई है |" सीबीआई अब लंदन जाकर अपना केस पेश करेगी । असल में मोदी सरकार डिफाल्टरों के प्रति प्रो-एक्टिव हो गई है | पिछले साल नवंबर में मोदी सरकार ने ब्रिटेन से 60 वांछित लोगों को प्रत्यर्पित करने को कहा था । इसी सूची में विजया माल्य भी है |  भारत और ब्रिटेन के बीच  प्रत्यर्पण संधि है | हालांकि संधि की शर्तें काफी घुमावदार  है । ब्रिटेन की दुनिया के करीब 100 मुल्कों के साथ प्रत्यर्पण संधि है । भारत इस संधि में कैटिगरी 2 के टाइप बी वाले मुल्कों में शामिल है । गिरफ्तारी के बाद शुरुआती सुनवाई और प्रत्यर्पण सुनवाई होती है । इसके बाद जज संतुष्ट होता है तो मामले को विदेश मंत्रालय को बढ़ा दिया जाता है । वो शख़्स मामला विदेश मंत्रालय को भेजने के जज के फ़ैसले पर भी अपील कर सकता है । सारी प्रक्रिया दो महीने में पूरी न हो,तो वह शख्स रिहा करने की गुहार लगा सकता है । हालांकि विदेश मंत्री अदालत से फैसला देने की तारीख आगे बढ़वा सकता है । इस पूरी प्रक्रिया के बाद भी शख्स के पास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के रास्ते खुले हैं | यानी विजय माल्या को भारत लाने की प्रक्रिया काफी लम्बी है | पर अब कांग्रेस यह तो नहीं कह सकती कि मोदी हाथ पर हाथ धर कर बैठे हैं | 
 

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