संसद सत्र आज से, विपक्ष पर क्रास वोटिंग की मार भी आज 

Publsihed: 16.Jul.2017, 22:09

सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है | सत्र  हंगामेदार होना है, ऐतिहासिक भी | पहले हंगामों की चर्चा | किसानों की आत्महत्या का मामला है | जीएसटी से व्यापारियों की नाराजगी का मुद्दा है | अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमला | गौहत्या के मामलों में पकड़ पकड़ कर हत्या के मामले | मोदी को इस का पता है, वह दो बार चिंता जाहिर कर चुके | सन्डे की मीटिंग में फिर कहा-"गौहत्या के नाम पर हत्याएं करने वाले गौभक्त नहीं हैं |" इस के अलावा चीन के साथ सिक्किम सीमा पर तनाव | भले ही शनिवार को राजनाथ सिंह ने मीटिंग बुला कर चीन बार्डर के हालात बता दिए | पर विपक्ष संतुष्ट नहीं | वह संसद में मोदी का बयान मांगेगा | चीन के मामले में कांग्रेस दुविधा में है | उस का भरोसेमंद साथी वामपंथी दल इस बार भी चीन के साथ है | वामपंथी नेता खुलेआम कह रहे हैं, चीन का विवाद भूटान के साथ था | भारत बीच में क्यों कूदा | माकपा के एक प्रवक्ता सुमीत चोपड़ा के मुंह से एक टीवी चेनेल पर अपन ने चीन की पैरवी सुनी | अपन ने उन्हें यह कहते भी सुना कि दलाईलामा को अरुणांचल क्यों जाने दिया | अरुणांचल में तिब्बत के झंडे फहराए गए | यानी वामपंथी अरुणांचल को भी चीन का मानते हैं | खैर मुद्दा लालू यादव के कुनबे का भी है | संसद में लालू के ज्यादा नाम लेवा तो नहीं | पर कांग्रेस लालू के साथ है | इसी लिए नरेंद्र मोदी ने सन्डे की आल पार्टी मीटिंग में कांग्रेस पर तंज कसा | मोदी ने कहा कि राजनीतिक दलों को भ्रष्ट नेताओं का समर्थन नहीं करना चाहिए | उन ने नई बहस शुरू कर दी | नीतीश कुमार को भी एक तरह से बुलावा भेज दिया | अपन को लगता है, बिहार का महागठबंधन अब कुछ दिनों की बात है | अमित शाह ने भी सन्डे के दिन ही कहा कि जब बिहार में नीतीश भाजपा की सरकार थी | तब बिहार बड़ी तेजी से बीमारू स्टेट के कलंक से बाहर निकल रहा था | बीमारू यानि बिहार, मध्यप्रदेश और राजस्थान | मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ अब बीमारू नहीं रहे | राजस्थान भी बीमारू के कलंक से करीब करीब बाहर | इन तीनों राज्यों में भाजपा सरकार है | एक तरह से यह नीतीश को न्योता ही है | आओ मिल कर बिहार का विकास करें | पर अपन बात कर रहे थे संसद के सत्र की |  यह सत्र वैसे एक और कारण से भी ऐतिहासिक होगा | हर पांच साल बाद ऐसा मानसून सत्र आता है |  जब सत्र के दौरान राष्ट्रपति का चुनाव होता है | सत्र समाप्त होते होते राष्ट्रपति बदल चुका होता है | उप राष्ट्रपति भी इसी  सत्र में बदल जाता है | उपराष्ट्रपति बदलने का संसद पर सीधा असर होता है | क्योंकि उपराष्ट्रपति ही राज्यसभा का अध्यक्ष भी होता है | वैसे पिछले दस साल से एक ही उपराष्ट्रपति था | सो पांच साल पहले राज्यसभा में कोई उथल पुथल नहीं हुई | इस बार उपराष्ट्रपति का बदलना तय है | जिस कांग्रेस ने वामपंथियों के दबाव में अंसारी को उपराष्ट्रपति बनाया था | वह कांग्रेस तो छोडो, इस बार वामपंथियों ने भी उन का नाम नहीं लिया | अंसारी को राजनीति का क ख ग भी नहीं आता था | वामपंथी रुझान के कारण उपराष्ट्रपति पद तक पहुंच गए | दस साल पहले कांग्रेस संसद में वामपंथियों पर निर्भर थी | देश की राजनीति के गणित का हाल देख लो | जन सराकारों के लिए उम्र भर लड़ने वाले भैरो सिंह शेखावत को तो सिर्फ एक टर्म मिली | पर जन सराकारों से बेमतलब अंसारी दो टर्म रह लिए | अब सोनिया-येचुरी का उम्मीन्दवार गोपाल कृष्ण गांधी है | जो महात्मा गांधी का पोता है | तो राजगोपालाचारी का नाती है | गांधी के बेटे की शादी राजगोपालाचारी की बेटी से हुई थी | इस नाते गोपाल गांधी आधे गुजराती, आधे तमिल हैं | सो तमिलनाडू के अन्ना द्रमुक वोटों में कुछ सेंध लगाएंगे | राष्ट्रपति चुनाव में बीजू जनता दल भाजपा के साथ है | पर उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक और गोपाल गांधी क्लास फैलो थे | इसी लिए भाजपा उम्मीन्दवार तय करने की दुविधा में है | पर जहां तक राष्ट्रपति चुनाव की बात | तो लिख कर रख लीजिए रामनाथ कोविंद को दो-तिहाई के करीब वोट मिलेंगे | विपक्ष में जमकर क्रास वोटिंग होगी | खुद कांग्रेस के वोट खिसकेंगे | जैसे 2002 में भैरो सिंह शेखावत के वक्त हुआ था | यूपी में सपा के मुलायम खेमा भाजपा को वोट देगा | जिस में 4 सांसद और 6 एमएलए होंगे | बसपा के दो सांसद और चार एम्एलए खिसक रहे हैं | बिहार, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में कांग्रेस के 15 एम्एलए |  त्रिपुरा में टीएमसी के छह विधायक भी भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं | भाजपा की रणनीति क्रॉस वोटिंग के सहारे 2 फीसदी वोट बढाने की है | विपक्ष सत्र में भले ही हंगामा करता रहे | पर आखिर में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में मुहं की खा कर जाएगा | 

 

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