This Dalit boy was bitten everyday

Publsihed: 18.Oct.2016, 21:33

मुज़फ्फरपुर ( बिहार ) के केंद्रीय विद्ध्यालय के जिस छात्र की पिटाई का वीडिया वायरल हुआ था, उस छात्र ने एनडीटीवी के साथ बात की है, उस बातचीत को जस का तस यहाँ दिया जा रहा है. 

   

"मेरी उम्र 16 वर्ष है और मैं बिहार मे मुजफ्फरपुर के एक सरकारी स्कूल का छात्र हूँ. पिछले कुछ दिनो से हर कोई जानना चाहता है कि मुझे इतनी बेरहमी से क्यो मारा गया और मैं इतना लम्बा समय चुप क्यो रहा.

हाँ, मैं अपनी कहाँई बता बता कर थक गया हूँ. कभी मीडिया को बताओ, कभी दोस्तो को बताओ, कभी पुलिस को बताओ, जिन्हे सोशल मीडिया से पता चला है , कुछ लोगो ने मुझे बताया है कि  मेरा वीडिओ वायरल हो गया है. 

मेरे पिता अध्यापक हैं, मेरे पिता ने मुझे एक नाम दिया, जिस का मतलब है सर्वश्रेष्ठ, और वह चाहते हैं कि मै दूसरो से बेहतर बनू. इसलिए वह खुद मेरी दो छोटी बहनो के साथ गांव में रह रहे हैं और मुझे मेरे नानी के पास मुजफ्फरपुर भेज दिया. वह चाहते हैं कि मै वहाँ अच्छी शिक्षा प्राप्त करू. मैंने कडी मेहनत की, और कोशिश की कि मैं अपने पिता का सपना पूरा करु. लेकिन जैसे ही मैंने अच्छा पढना शुरु किया और मेरे अच्छे नम्बर आए तो मेरे पिता बहुत खुश हुए. लेकिन इसी ने मुझे अलग थलग कर दिया और यही से मेरे बुरे दिन शुरु हो गए.

मैं एक दलित हूँ और इम्तिहान या पढाई में अच्छा कर रहा हूँ, जिस की मेरे घर में मेरी तारीफ हो रही है, लेकिन मेरे क्लासरूम में मुझे गालिया निकाली जा रही हैं और अपमानित किया जा रहा है.

आप विश्वास नहीं करेंगे, लेकिन पिछले दो सालो से दो भाईयो की ओर से हर रोज़ मेरी पिटाई की जाती है, एक मेरी क्लास में ही पढता है और दूसरा एक साल छोटा है. कम से कम सप्ताह में एक बार वे मेरे मुह्न पर थूकते हैं. मेरे अध्याप्क से मैंने शिकायत की तो वह मेरे प्र्ति संवेदनशील थे, लेकिन उन्होने कहा कि उस लडके का पिता ताकतवर अपराधी है, इस लिए स्कूल उन पर कार्रवाई नहीं कर सकेगा और अगर मैंने शिकायत की तो मुझे स्कूल से निकालने का दबाव पडेगा.

मुझे यह भी चिंता थी कि उन का पिता मेरे परिवार के साथ कुछ भी बुरा कर सकता है, इस लिए मैं चुप रहा. 

जिस वीडियो के आधार पर पुलिस ने अब केस रजिस्ट्रड किया है, मुझे लगता है यह 25 अगस्त का है. मुझे पिटने वाले लडको मे से एक ने मुझे कहा था कि मेरी पिटाई करने पर उसे मज़ा आता है, इस लिए उस ने इस का वीडियो बनाया था.

वह बैकबेंचेर है, जहाँ से आसानी से नकल की जा सकती है, मैं आगे वाली पंक्ति में बैठता था, इस के बावजूद उस के नम्बर कम आते थे और मेरे नम्बर ज्यादा आते थे. जिस से वह नाराज़ हो गया, और जब उसे पता चला कि मैं एक दलित हूँ वह हमलावर हो गया. 

इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि वह मुझे मार रहा है, जबकि मैं कुर्सी पर बैठा हूँ. वह मेरे सिर पर प्रहार कर रहा है, मुझे ठोकर मारी गई, मुझे कुर्सी से खिंच लिया गया, दिवार की तरफ धकेल दिया गया और मुझे थप्पड मारे गए. किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नही की.

मेरे नाना को जब इस वीडियो के बारे में पता चला तो वह अपने आप को रोक नहीं पाए और पुलिस में केस दर्ज करवा दिया. लेकिन दो-तीन लोगो ने हमें धमकाया है और कहा है कि हम केस वापस ले ले. मैंए स्कूल में जाना बंद कर दिया है. मेरे इम्तिहान मार्च में हैं. ....आप बताओ, मेरी तैयारी कैसे होगी." . 

 

 

आपकी प्रतिक्रिया