अजय सेतिया | जस्टिस चन्द्रचूड को चीफ जस्टिस बनाए जाने का विभिन्न हिन्दू संगठन सोशल मीडिया पर विरोध कर रहे थे| विरोध का कारण सबरीमाला सहित उन की कुछ ऐसी जजमेंट थीं, जो हिन्दुओं के खिलाफ दी गईं थी| हालांकि यह विरोध सोशल मीडिया तक ही ज्यादा सीमित रहा| इस बीच दो बड़ी घटनाएं और हुई , जिन्होंने चीफ जस्टिस की नियुक्ति को सार्वजनिक बहस का विषय बना दिया| पहली घटना 30 सितंबर की है, जब चीफ जस्टिस उदय उमेश ललित ने सुप्रीमकोर्ट के चार जजों की नियुक्ति के लिए कोलिजियम की बैठक बुलाई थी| कोलिजियम में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, एसके कौल, एस अब्दुल नजीर और केएम जोसेफ सदस्य हैं| जस्टिस चन्द्रच